What is Fat ?
जब हम जरूरत से ज्यादा फैट लेते हैं या फिर हमारा पाचन तंत्र सही से काम नहीं कर पाता है तो वह अपचा भोजन वसा के रूप में हमारे शरीर में इकठ्ठा होता रहता है। चूंकि भोजन का भाग बड़ी आंत में इकठ्ठा होता है इसीलिए फैट बढ़ाने पर सबसे पहले पेट निकल जाता है,फिर धीरे धीरे यह अन्य मांसपेशियों में जाता है और विभिन्न प्रकार के रोग जैसे मधुमेह,रक्त चांप ,अवसाद इत्यादि को जन्म देता है जिसे आयुर्वेद में मेदाबृद्धि कहा जाता है।
मेदाबृद्धि के कारण :
व्यायाम नहीं से , दिन में सोने से ,कफकारी आहार सेवन करने से तथा अधिक तैलीय पदार्थ खाने से मेदाबृद्धि होता है
मेदाबृद्धि के लक्षण :
तृषा, मोह, निद्रा, पीड़ा, ग्लानि, पसीना, शरीर से दुर्गन्ध, अल्पशक्ति तथा अल्पमैथुन वाला एवं शरीर में सूक्ष्म जीवो का वास हो जाता है।
मेदाबृद्धि में सेवन :
पुराने चावल, मूँज ,कुलथी ,रात्रि जागरण, परिश्रम मैथुन, जौ और सेम का सेवन करना चाहिए।
मेदाबृद्धि में परहेज :
केला , कंद ,कांजी ,करोंदा ,करील,करेला ये छः ककार नहीं सेवन करने चाहिए।
मेदाबृद्धि की चिकित्सा (भाव प्रकाश ) :
१. चव्य, जीरा,त्रिकुटा ,हींग, काला नमक ,और चीता को दही के पानी (मठ्ठा ) के साथ सेवन करने से मोटापा दूर हो जाता है।
२. हरड़ ,आवला ,बहेड़ा ,सोंठ ,मिर्च,पीपर,तेल और नमक मिलकर चूर्ण लेने पर मोटापा दूर हो जाता है।
३. वायविडंग,सोंठ,जवाखार,कांतिसार,जौ, आंवला को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण करें तथा शहद के साथ सेवन करें तो अत्यंत मोटापा भी दूर हो जाता है।
४. बृहत् पंचमूल का चूर्ण शहद के साथ लेने पर ४० दिनों में मोटापा दूर हो जाता है।
५. दशांग गुग्गुल : सोंठ,कालीमिर्च ,पीपर,त्रिफला,मोथा ,वायविडंग- सबको बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाएं तथा सबके बराबर गुग्गुल मिलाकर १ ग्राम की गोली बनावे। इस गोली को सुबह शाम ४-४ गोली गर्म पानी के साथ लेने पर मोटापा दूर हो जाता है।
६. लौह रसायन :
स्टेप १. गुग्गल, मूसली,बहेड़ा,आँवला,खैर, अडूसा की छाल,निसोत,गोरखमुंडी,सोंठ,निर्गुणी और चीता प्रत्येक ४०० ग्राम लेकर २० लीटर पानी में उबाले और जान पानी ५ लीटर बचे तो काढ़े को उतार लेवे।
स्टेप २. कांतलौह ४८० ग्राम ,पुराना घी ६४० ग्राम,शर्करा ३२० ग्राम -इन सबका चूर्ण बनाकर डाले तथा फिर से उबालें।
स्टेप ३. शहद ३२० ग्राम ,शिलाजीत १८० ग्राम, इलायची २० ग्राम, दालचीनी २० ग्राम, वायबिडंग १२० ग्राम, काली मिर्च ८० ग्राम ,रसोत ८०ग्राम, पीपर ४० ग्राम, कसीस ८० ग्राम, -इन सबका चूर्ण करके काढ़े में अच्छी तरह से मिला कर रख लें।
इस बने हुए लौह रसायन को १० ग्राम प्रतिदिन के हिसाब से दूध से जंगली पक्षी के मांस के साथ सेवन करने से मोटापा अवश्य दूर हो जाता है। यह मोटापे की सर्वोत्तम औषधि है।
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English Translation :
What is Fat ?
When we take too much fat or our digestive system is unable to function properly, that indigestion is collected in our body as fat. Since the part of the food is collected in the large intestine, the stomach is first extra in size when fat is increased, then gradually it goes into other muscles and gives rise to various diseases like diabetes, blood champ, depression etc. which is called medabridhi in Ayurveda.
Due to medabridhi/ obesity:
Not exercising , sleeping during the day, eating a phlegm diet and eating more oily substances can lead to fatgrowth.
Symptoms of medogrowth/ obesity:
Thirst, infatuation, sleep, pain, guilt, sweat, odour from the body, low power and undersex and subtle living organisms reside in the body.
Intake in Medabridhi/ obesity :
Old rice, moonj, kulthi, night awakening, hard work, barley and bean should be consumed.
Avoiding medabridhi/ obesity:
Banana, tubers, kanji, karonda, karel, bitter gourd should not be consumed.
Treatment of obesity/ Medabridhi (Bhaav Prakash):
1. Consumption of chavya, cumin seeds, trikuta, asafoetida, black salt, and cheetah with curd water (whey) removes obesity.
2. Adding powder to harad, amla, bahera, sonth,kali mirch, pepper, oil and salt removes obesity.
3. Take equal quantities of wyvidang, sonth, javakhar, kantisar, barley, amla and powder it and consume it with honey to remove extreme obesity.
4. Taking large panchamul powder with honey removes obesity in 40 days.5. Dashang Guggul:
Take equal quantities of sonth, pepper, pepper, pepper, triphala, motha, viavidang - all in equal quantities and make a powder and mix equal jaggery with 1 gram of tablet. Taking this pill with 4-4 tablets of warm water in the morning & evening removes obesity.
6. Iron Chemicals (Lauh Rasayan) :
Step 1. Take 400 grams each of guggle, musli, behera, amla, khair, adusa bark, nisot, gorakhmundi, sonth, nirguni and cheetah and boil it in 20 litres of water and take off the kadha if 5 litres of water is left.
Step 2. Add 480 grams of kantaloh, 640 grams of old ghee, 320 grams of sugar and boil them again.
Step 3. Honey 320 g, Shilajit 180 g, Cardamom 20 g, Cinnamon 20 g, Viabidang 120 g, Pepper 80 g, Rasot 80g, Pepper 40 g, Ksis 80 g, - Grind all of them and mix well in the decoction.
Consuming this made iron chemical with wild bird meat or milk at the rate of 10 grams per day definitely removes obesity. It is the best medicine for obesity.
Thnaks.