Tum yad nahi aana /तुम याद नहीं आना


        तुम याद नहीं आना ,

        ख्वाबों में भुला जाना ,

        धड़कन में कहीं ,आओगे कभी ,

        ढूढूंगा मई तुमको कहाँ। 


        महके -महके  दिन थे , हरदम सावन रहता था ,

        रातें जागी -जागी , बेबस ये मन कहता था ,

        बातें वो भुला देना ,मुझको ना सदा देना ,

        तेरी बातों को , मुलाकातों को ,

        भूलूंगी मै कैसे पिया। 


        धुल  गईं कसमे सारीं , एक ऐसी बरसात हुई ,

        बन गयी मै अनजानी , ऐसी भी क्या बात हुई 

        ये राज़ बता जाना , उपकार जता जाना ,

        मागूंगी सदा , जो दे दे खुदा , मै दुआओं में दो -दो जंहा 

        तुम याद नहीं आना 

                                                            विनय विनम्र 


        

VIKALP FOUNDATION TRUST

VIKALP FOUNDATION TRUST is a social welfare organization committed to reform, organize and help to poor, orphans, low living slandered people in India.

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